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Thursday, 17 July 2025

केजरीवाल ते भगवंत मान नू आऊंदी है, गरीबां ते दलितां तो मुश्क (बदबू ) - चरणजीत चन्नी

जांलधर में कबीर जंयति कार्यक्रम में नहीं हुए शामिल, तीन किलोमीटर दूर पार्क का उदघाटन कर लौटे वापिस


कांग्रेस सरकार के समय गुरु रविदास अध्धयन केन्द्र के लिए जारी हुए 25 करोड़ का चैक वापिस ले अब तक नहीं किया फिर रिलीज


बाबा साहिब के नाम वोट बटोरने वालों ने कांग्रेस सरकार की तरफ से 100 करोड़ में अध्धयन केंद्र के प्रौजैक्ट में नही लगाई अब तक एक भी ईंट


लुधियाना,12 जून(दलजीत विक्की) पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आम आदमी पार्टी व अरविन्द केजरीवाल को दलित विरोधी बताते हुए कहा कि आप सुप्रीमो को दलित व गरीब लोगों से मुश्क (बदबू) आती है। विधानसभा चुनाव से पूर्व दलित उप मुख्यमंत्री बनाने के वायदे से गुरेज करना भी इसी कड़ी का हिस्सा है। यहीं बस नहीं अरविन्द केजरीवाल व मुख्यमंत्री भगवंत मान दलित गुरूयोँ की याद में आयोजित कार्योक्रमों में भी शामिल नहीं होते। जिसका उदाहरण गत दिवस जालंधर में कबीर जंयति पर आयोजित सरकारी कार्यक्रम में उक्त दोनों नेताओं के शामिल न होने से मिलता है। जबकि केजरीवाल व भगवंत मान कबीर जयंति कार्यक्रम से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर पार्क का उदघाटन करने के उपरांत अपने एक अमीर मित्र की फैक्टरी में समय व्यतीत कर रहे थे। जबकि कबीर जयंति पर आयोजित सरकारी कार्याक्रम में केजरीवाल व भगवंत मान के पंहुचने का कार्यक्रम भी तय था। उन्होने बताया कि कांग्रेस शासनकाल में 12 करोड़ रुपये की लागत से कबीर भवन का निर्माण करवाया था। आप सरकार के दलित विरोधी होने का प्रमाण अमृतसर स्थित भगवान वाल्मीकि तीर्थ में कांग्रेस सरकार की तरफ से करोड़ों रुपये खर्च कर सरोवर के लिए उपलब्ध करवाई मशीनरी का इस्तेमाल न करके मौजूदा सरकार ने सरोवर की सफाई की तरफ ध्यान तक नहीं दिया । उन्होने कहा बाबा साहिब की फोटो लगाकर राजनितिक लाभ लेने वाली आप सरकार ने मेरे मुख्यमंत्री कार्यकाल में कपूरथला टैक्निकल यूनिर्वसिटी में 100 करोड़ की लागत से बाबा साहिब की जीवनी पर शोध केंद्र के निर्माण के शुरु प्रौजैक्ट को रद्दी की टोकरी में फैंक कर अपने तीन वर्ष के कार्यकाल में एक ईंट भी नहीं लगाई। यहीं बस नहीं गुरु रविदास जी के पवित्र स्थल डेरा बल्लां में गुरु रविदास जी की बाणी के अध्धयन सैंटर के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहते उन्होने 25 करोड़ का चैक डेरा सच्च खंड बल्ला प्रबंधन को भेंट किया था। जिसे केजरीवाल एंड कंपनी ने वापिस ले लिया। लोकसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर फिर वहीं चैंक भेंट करने केजरीवाल व भगवंत मान डेरा पंहुच गए। पर डेरा बल्लां को 25 करोड़ की राशि आज तक रिलिज नहीं की। हाइकोर्ट के आदेश के बाद मजबूरीवश इस दलित व गरीब विरोधी सरकार ने राइट-टू-एजुकेशन लागू करने का नोटिफिकेशन तो जारी कर दिया मगर उसे लागू करवाने के प्रयास नहीं किए। नोटिफिकेशन के बाद किसी गरीब बच्चे को पढ़ाई के लिए एक्ट के तहत प्राइवेट स्कूल में दाखिला ही नहीं मिला। विधानसभा चुनाव से पूर्व केजरीवाल की गांरटी बता कर महिलाओ को हर माह एक हजार रुपये देेने के फार्म भर वोट तो बटोरे गए मगर 40 महीने बाद भी महिलाओं को एक रुपया भी नहीं मिला। पंजाब दीयां कुडिय़ां रोज अपनी मां नूं पुछदीयां हन की दिल्ली वाले केजरीवाल मामा कब अकाऊंट में पैसे डालेंगे।

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