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फोरलेन निर्माण के चलते... भेंट चढ़ा सरकारी स्कूल.. बच्चों को पढ़ने के लिए कमरे ही नहीं
नूरपुर : संजीव महाजन (TSN) - पठानकोट-मंडी फोरलेन निर्माण कार्य के चलते शिक्षा खंड नूरपुर में राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल भड़वार में 9 पंचायतों के साढ़े 300 से ज्यादा छात्रों का भविष्य भेंट चढ़ चुका है. दरअसल स्कूल का ज्यादातर हिस्सा फोरलेन कार्य के चलते तोड़ दिया गया था. स्कूल में कमरों की कमी के चलते बारिश के मौसम में कीचड़ और साफ मौसम में धूप में बच्चों को बैठने को मजबूर होना पड़ रहा हैं.
9 पंचायत के बच्चे आते हैं पढ़ने
इस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में भडवार के अलावा आसपास की 9 पंचायत के बच्चे पढ़ने आते हैं, मगर महज तीन कमरों में बच्चों को पढ़ाने पर अध्यापक भी मजबूर हैं. हालांकि स्कूल द्वारा किराए पर कमरे लेकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. विभाग द्वारा उन कमरों का अभी तक किराया ना दिए जाने पर स्कूल प्रशासन के लिए यह एक चिन्ता का विषय बना हुआ है स्कूल की एमसी कमेटी के प्रधान ने बताया कि स्कूल की बिल्डिंग फोरलेन के चलते उखड़ गई है. उन्होंने कहा कि यहां बच्चों को बिठाने में समस्या आ रही है. उन्होंने विभाग व सरकार से अनुरोध किया है कि जल्द बिल्डिंग का समाधान किया जाए.
स्कूल के प्रिंसिपल राकेश महाजन का कहना ये
स्कूल के प्रिंसिपल राकेश महाजन ने कहा कि स्कूल की 80% बिल्डिंग फोरलेन निर्माण कार्य में चली गई है. स्कूल में 350 से ज्यादा विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं . एक निजी बिल्डिंग भी किराए पर ले रखी है, मगर उसका भी किराया विभाग द्वारा अभी तक जारी नहीं किया गया है. हमारे पास मात्र 6 कमरे बचे हुए हैं,जिनमें से तीन कमरों में स्कूल का सम्मान भरा पड़ा है और एक कमरे में कार्यालय का कार्यभार चलाया जा रहा है. शेष बचे हुए कमरों में बच्चों को एडजस्ट किया जा रहा है. उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि जिन कमरों में विद्यार्थियों को बिठाया जा रहा है, वह भी कभी भी गिरकर ढेर हो सकते हैं और किसी बड़ी दुर्घ*टना को अंजाम दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि जो बिल्डिंग बची हुई है उस पर कुछ कमरे बनाकर इसका फिलहाल समाधान हो सकता है, अगर उसके लिए बजट का प्रावधान सरकार या विभाग की तरफ से किया जाए.