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Saturday, 11 May 2024

बडा देव कमरूनाग के बिना शुरू नहीं होता मंडी का शिवरात्रि महोत्सव

मंडी : धर्मवीर (TSN) - मंडी शिवरात्रि महोत्सव की शोभा बढ़ाने के लिए मंडी जनपद के अराध्य बड़ा देव कमरूनाग लाव लश्कर के साथ 29 फरवरी को अपने मूल स्थान से मंडी के लिए रवाना हो गए है। देव कमरूनाग की छड़ी ज्यूणी घाटी के सरयाच गांव के पास बने भंडार में रखी गई थी। देव कमरूनाग 7 दिन की पैदल यात्रा के बाद 7 मार्च को मंडी पहुंचेंगे।


मंडी पहुंचने पर जिला प्रशासन की तरफ से पुल घराट में सर्व देवता समिति व जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त द्वारा बड़ा देव कमरुनाग का स्वागत किया जाएगा। इसके उपरांत बड़ा देव कमरुनाग राज माधव राय मंदिर में हाजिरी भरने के बाद राज दरबार में बड़ा देव कमरुनाग का देव परंपरा के साथ स्वागत होगा। इसके बाद देव कमरूनाग टारना माता मंदिर के लिये रवाना हो जाएंगे। पूरे शिवरात्रि महोत्सव के दौरान टारना माता मंदिर परिसर में विराजमान होते हैं। यहां बड़ी संख्या में भक्त उनके दर्शनों के लिए पहुंचते हैं और आशीवार्द प्राप्त करते हैं। देव कमरुनाग अकेले ऐसे देव हैं जो ना तो किसी जलेब में भाग लेते हैं और ना ही शिवरात्रि महोत्सव के लिए पड्डल मैदान में विराजमान होते हैं। सर्व देवता समिति जिला अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने बताया आज सुबह 8:30 पर बड़ा देव कमरू नाग शिवरात्रि में शिरकत करने के लिए कमरू घाटी से रवाना हो गए हैं। इस यात्रा के बड़ा देव देव कमरूनाग की श्रद्धालुओं द्वारा कई जगहों पर मेहमान नवाजी भी की जाएगी।


देव कमरूनाग साल में सिर्फ एक बार ही आते हैं मंडी


बता दें कि बडा देव कमरूनाग जब तक मंडी जनपद में नहीं पहुंचते तब तक शिवरात्रि महोत्सव का आगाज नहीं होता। हालांकि शिवरात्रि तैयारियां पहले से ही चल रही होती हैं। सबसे पहले बड़ा देव कमरूनाग का ही छोटी काशी मंडी में आगमन होता है। उसके बाद ही अन्य देवी देवता जनपद में पहुंचते हैं। देव कमरूनाग साल में सिर्फ एक बार ही मंडी आते हैं और इस महोत्सव में भाग लेते हैं। छोटी काशी मंडी में इस बार अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव 9 से 15 मार्च तक मनाया जा रहा है। इस महोत्सव में देवता समिति के 216 पंजीकृत देवी देवताओं के साथ जनपद के अन्य गैर पंजीकृत देवी देवता भी पहुंचते हैं।

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