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Sunday, 12 May 2024

Belpatra: इस सावन जान लें बेलपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाने का सही नियम , सावन शिवरात्रि में ऐसे करे बेलपत्र …..

गीता कुमारी

चंडीगढ़ : Belpatra: आज सावन माह की शिवरात्रि है. ऐसे में करोड़ो लोग आज शिव जी को प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र से उनकी पूजा करेंग। शिवलिंग पर गंगाजल के साथ-साथ बेलपत्र (Belpatra) चढ़ाने से भोलेनाथ बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं और लोगो की अधूरी मनोकामनाए पूरी होती है। संस्कृत में बेलपत्र को बिल्वपत्र’ कहा जाता है। बेलपत्र को शिवलिंग पर सही नियमो के अनुसार चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा बरसती है।


Belpatra: सावन का महीना (Sawan Month) शिव भक्तो के लिए बड़ा ही उत्साह भरा होता है, जहा लोग शिव भक्ति में गुम होते है। इस पवित्र महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्त कई तरह के जतन भी करते हैं। वैसे तो पुरे सावन के महीने मे भगवान भोलेनाथ की पूजा होती है , लेकिन आज मंगलवार को सावन माह की शिवरात्रि मनाई जा रही है लोग दूर दूर से भगवान शिव के दर्शन के लिए मंदिरो में आ रहे है , आज देश के लगभग हर शिव मन्दिर मे सुबह से हीं भक्तों की लेनी लगी हुई है। आज लोग भगवान शिव की पुजा बड़े ही श्रद्धा के साथ और विधिवत तरिके से करेंगे , उनको अर्पित कीजाने वाली सामग्री का विशेष ध्यान रखेंगे। यह तो हम सभी जानते है की भगवान शिव को बेलपत्र बड़े ही प्रिये है , इसलिए तो भक्त बेलपत्र चढ़ाकर भोले नाथ को प्रसन्न करते हैं। परन्तु क्या आप जानते है की धार्मिक ग्रंथो के अनुसार, बेलपत्र तोड़ने और उसे बागवान पर चढ़ाने के कुछ नियम होते हैं,जिनका पालन करना जरूरी होता है।


बेलपत्र को इन तिथियों पर न तोड़े

भगवान शिव का ध्यान करते हुए मन ही मन प्रणाम करते हुए हमे बेलपत्र को चाहिए। चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या तिथि पर बेलपत्र न तोड़ें। साथ ही तिथियों के संक्रांति काल और सोमवार को भी बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए।


बेलपत्र चढ़ाते वक्त इन बातों का रखे ध्यान

1) भगवान शिव को हमेशा उल्टा बेलपत्र यानी चिकनी सतह की तरफ वाला भाग स्पर्श कराते हुए चढ़ाएं।

2) बेलपत्र को हमेशा अनामिका, अंगूठे और मध्यमा अंगुली की मदद से चढ़ाएं।

3) भगवान शिव को बेलपत्र अर्पण करने के साथ-साथ जल की धारा जरूर चढ़ाएं। ध्यान रहे कि पत्तियां कटी-फटी न हों।

4) इसके अलावा इसे चढ़ाते समय तीन पत्तियों की डंठल को तोड़कर ही भगवान शिव को अर्पण करना चाहिए।


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