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Monday, 29 April 2024

उड़ान से रसातल तक : जब कोर्ट में पेशी के दौरान छलका जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल का दर्द

किसी भी परिस्थिति में समय से अधिक बलवान कोई नहीं हो सकता। इतिहास ऐसे उदाहरणों से भरा पड़ा है कि एक समय हवा में उड़ने वाले भी औंधे मुंह धरती पर आ गिरे।


 एयर इंडिया के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइंस के संस्थापक नरेश गोयल इन दिनों मुंबई की आर्थर जेल में बेहद मानसिक और शारीरिक पीड़ा से जूझ रहे हैं। 


 पिछले दिनों कोर्ट में पेशी के दौरान नरेश गोयल का दर्द आंसुओं में बह निकला। पेशी के दौरान 75 वर्षीय एयरलाइंस कारोबारी गोयल ने जज के सामने कहा कि वह जिंदगी की सारी उम्मीदें खो चुके हैं। भावुक गोयल ने कहा, "मैं अपनी पत्नी अनीता को बहुत मिस कर रहा हूं, जो कैंसर से पीड़ित है। उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। मेरी बेटी भी बीमार है। मैं चलने में भी सक्षम नहीं हूं। यहां तक कि अस्पताल जाने के बजाए मैं जेल में ही मरना पसंद करूंगा।"


मानवीय आधार पर जज ने निर्देश दिया है कि गोयल पर विशेष ध्यान दिया जाए, लेकिन उनकी हालत वाकई भावुक करने वाली है. यह हैरान करने वाली बात है कि करोड़ों अरबों रुपए का शिपिंग कारोबार करने वाला कोई व्यक्ति इतना असहाय भी हो सकता है।


भारत की एकमात्र जेट एयरवेज ही नहीं, स्पाइस का भी कभी डंका बजा करता था, जो अब मंद दीपक की तरह टिमटिमा रहा है। किंगफिशर के बारे में तो सभी जानते ही हैं।


नरेश गोयल का दर्द


मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत नामित एक विशेष अदालत ने शनिवार को जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल, जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था, को आश्वासन दिया, कि उन्हें और उनके परिवार को असहाय नहीं छोड़ा जाएगा। उचित इलाज दिया जाएगा।'' मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का हर संभव ख्याल रखा जाएगा।


विशेष न्यायाधीश एमजी देशपांडे ने कुछ समय के लिए व्यक्तिगत रूप से पेश हुए गोयल को सुनने के बाद उनके वकीलों को उनकी बीमारी के संबंध में उचित कदम उठाने का निर्देश दिया। कोर्ट ने उन्हें यह भी आश्वासन दिया कि 'उनके स्वास्थ्य से संबंधित हर चीज का ध्यान रखा जाएगा।' कोर्ट ने गोयल की न्यायिक हिरासत 16 जनवरी तक बढ़ा दी है।


 विशेष अदालत पिछले महीने गोयल द्वारा दायर जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही थी। गोयल, जिन्हें 1 सितंबर, 2023 को गिरफ्तार किया गया था, ने अपनी जमानत याचिका में दावा किया था कि उन्होंने व्यक्तिगत लाभ के लिए ऋण के पैसे की हेराफेरी नहीं की थी, जैसे कि ईडी द्वारा केनरा बैंक से एयरलाइन को दिए गए 538.62 करोड़ रुपये के ऋण की कथित हेराफेरी का आरोप है।


जेट एयरवेज की वर्तमान स्थिति क्या है?


  जेट एयरवेज को नेशनल कंपनी लॉ 3डी ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) द्वारा अनुमोदित जालान कलरोक कंसोर्टियम की समाधान योजना के अनुसार दिवालियापन और दिवाला संहिता के तहत पुनर्जीवित किया जा रहा है। भारतीय विमानन इतिहास में पहली बार, किसी एयरलाइन को लंबे समय तक बंद रहने के बाद अपने ही नाम से पुनर्जीवित किया जा रहा है।


 क्या जेट एयर वापस आ रही है?


  जालान कलरोक कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज में 100 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे ग्राउंड कैरियर में उसका कुल निवेश 350 करोड़ रुपये हो गया है। नए प्रमोटर एयरलाइन को पुनर्जीवित करने के लिए दृढ़ हैं और 2024 तक परिचालन फिर से शुरू करने का लक्ष्य रखते हैं।

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