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Thursday, 04 July 2024

सांसद अरोड़ा ने लुधियाना रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास और अपग्रेड करने वाले प्रोजेक्ट का लिया जायजा

लुधियाना, 2 जुलाई : लुधियाना से सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा ने लुधियाना रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास और अपग्रेड करने वाले 528.95 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट के बारे में संबंधित अधिकारियों से अब तक की जानकारी ली है।



इस परियोजना का काम 2 फरवरी, 2023 को शुरू किया गया था। परियोजना के 2025 की पहली छमाही में पूरा होने की संभावना है। यह परियोजना इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) अनुबंध के माध्यम से चल रही है।



आज यहां अधिक जानकारी देते हुए अरोड़ा ने कहा कि स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार भू-तकनीकी जांच, सर्वेक्षण कार्य और वास्तुकला डिजाइन अप्रूवल का काम पहले ही 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है। पुनर्वास कार्य भी 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है। स्ट्रक्चरल डिजाइन अप्रूवल का काम 80 फीसदी पूरा हो चुका है। एमईपी डिजाइन अप्रूवल का काम 75 फीसदी पूरा हो चुका है।



जहां तक मल्टी लेवल कार पार्किंग (एमएलसीपी) का काम है, दूसरी मंजिल के स्लैब का काम पूरा हो चुका है और दूसरी मंजिल पर रैंप का काम चल रहा है। ईस्ट साइड मेन स्टेशन बिल्डिंग में मेन स्टेशन कॉलम का काम कंपोजिट लेवल तक पूरा हो चुका है।



इसी तरह, जहां तक एलिवेटेड अप्रोच रोड का काम है, 14 पियर और 17 पाइल कैप का काम पूरा हो चुका है। इसी तरह, ईस्ट साइड अंडर ग्राउंड टैंक स्ट्रक्चर का काम भी पूरा हो चुका है।



जहां तक कॉनकोर्स और एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) का काम है, प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर कॉनकोर्स का फाउंडेशन का काम पूरा हो चुका है।



मल्टी-स्टोरी क्वार्टर का निर्माण कार्य भी चल रहा है। टाइप-II (ए और बी ब्लॉक) का आरसीसी पैरापेट का काम चल रहा है। टाइप-II सी ब्लॉक में टेरेस फ्लोर का काम पूरा हो चुका है और टाइप-II डी ब्लॉक में चौथी मंजिल का स्लैब बनाने का काम चल रहा है। इसी तरह टाइप-III (ई ब्लॉक) में कॉलम का काम चल रहा है और एफ ब्लॉक में तीसरी मंजिल का स्लैब बनाने का काम चल रहा है। जहां तक टाइप-IV के बहुमंजिला क्वार्टरों के निर्माण का काम है, तो पहली मंजिल के स्लैब का काम चल रहा है।



स्टेटस रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि रेस्ट हाउस में टेरेस स्लैब और ममटी का काम पूरा हो चुका है।



हॉस्पिटल बिल्डिंग का काम भी चल रहा है। टेरेस स्लैब और ममटी का काम पहले ही पूरा हो चुका है और पहली मंजिल के एएसी ब्लॉक का काम चल रहा है।



लुधियाना रेलवे स्टेशन की स्थापना वर्ष 1860 में ब्रिटिश शासन के दौरान हुई थी। और तब से, इस रेलवे स्टेशन जोकि एक जंक्शन है, में कभी कोई बड़ा नवीनीकरण नहीं हुआ था।



इस बीच, अरोड़ा ने कहा कि ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत ढंडारी कलां रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास और अपग्रेड करने का काम भी चल रहा है। किए जा रहे कार्यों में प्रवेश द्वार, प्रवेश लॉबी, पांच टिकट काउंटर, हाई लेवल प्लेटफार्म, नया प्लेटफार्म नंबर 3, बढ़ा हुआ सर्कुलेटिंग एरिया और दिव्यांगों के लिए रैंप की सुविधा के साथ दो फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) शामिल हैं। प्लेटफार्म शेल्टर की सुविधा भी बनाई जा रही है। यात्रियों के लिए पर्याप्त संख्या में शौचालय ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। प्लेटफार्म पर पानी के नल की व्यवस्था होगी। बैठने की उचित व्यवस्था होगी। यात्रियों के लिए 110 वर्ग मीटर का वातानुकूलित प्रतीक्षालय होगा। पुरुषों और महिलाओं के लिए प्रथम श्रेणी के प्रतीक्षालय भी बनाए जा रहे हैं। एक एग्जीक्यूटिव लाउंज होगा। साथ ही ग्रीन एरिया का प्रावधान भी होगा। अभी करीब 25 फीसदी काम पूरा होना बाकी है। ज्यादातर फिनिशिंग का काम, एफओबी का काम और ग्रीन एरिया का विकास बाकी है।


 


अरोड़ा ने बताया कि पहले ढंडारी कलां रेलवे स्टेशन का काम अप्रैल 2024 तक पूरा होना था। अब इसे पूरा करने की समय सीमा नवंबर 2024 तय की गई है। इन कामों के लिए 11.62 करोड़ रुपए की राशि निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि वे नियमित रूप से हर चीज की निगरानी कर रहे हैं और जब तक सभी काम पूरे नहीं हो जाते, तब तक ऐसा करते रहेंगे।


 


लुधियाना के रेलवे स्टेशन और ढंडारी रेलवे स्टेशन को पहले चरण में शामिल करना अरोड़ा की पहल थी और इसके लिए वे नियमित रूप से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलते रहे हैं। अरोड़ा ने इसके लिए मंत्री का धन्यवाद किया।

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