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Thursday, 04 July 2024

देश का धर्म के नाम पर बंटवारा किसने करवाया था?

लुधियाना, 02 जुलाई:(दलजीत विक्की)
लोकसभा में इंडी गठबंधन के नेता विपक्ष राहुल गांधी को हिंदुओं को असत्यवादी, हिंसक और नफरती कहने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने न केवल हिंदुओं का अपमान किया है, बल्कि उनके चरित्र पर सवाल उठाया है। ये बातें भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रहे विजय सांपला ने मंगलवार को लुधियाना में पत्रकारवार्ता में कहीं, साथ में जिला अध्यक्ष रजनीश धीमान थे ।


सांपला ने कहा कि हिंदुओं को हिंसक कहने से पहले राहुल गांधी और इंडी गठबंधन को पहले अपने गिरेबां में झांककर देख लेना चाहिए। राहुल बताएं कि सिखों का कत्लेआम किस पार्टी ने करवाया था? अमृतसर में श्री दरबार साहिब पर टैंक किसने चढ़वाए थे? देश का धर्म के नाम पर बंटवारा किसने करवाया था? आपातकाल में आम लोगों को प्रताड़ित किसने किया था? संतों पर गोलियां किसने चलवाई थी? सांपला ने भाजपा पर नफरत फैलाने, अग्निवीर योजना तथा एमएसपी के बारे में गलत बयान बाजी करने पर भी राहुल की आलोचन की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने देश को गुमराह करने की कोशिश की है। वे संसद में दिए बयानों के तथ्य साबित करें अन्यथा ससद में माफी मांगे।



सांपला ने कहा कि लगातार तीसरी बार फेल और बार-बार लॉन्च के बावजूद फेल हो चुके राहुल गांधी का नेता प्रतिपक्ष के रूप में पहला ही भाषण झूठ, निराशा और तथ्यहीन बातों से भरा हुआ था। यही नहीं, उनका आचरण भी संसदीय गरिमा के अनुरूप नहीं था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को राहुल गांधी का ज्ञानवर्धन करना चाहिए और समझाना चाहिए कि भारत की संसदीय गरिमा को कम न करें।


पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब कांग्रेस और उनका गैंग राहुल गांधी को सही ठहराने के लिए कई बहाने बनाएंगे, लेकिन सदन में राहुल ने स्पष्ट कहा है कि जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा, नफरत और असत्य की बात करते हैं। 99 सीटें जीतने पर ये हिंदुओं को हिंसक, नफरती और झूठा बता रहे हैं। यह बताता है कि इनकी मंशा क्या है? राहुल गांधी पश्चिम बंगाल में हुई घटनाओं पर क्यों कुछ नहीं बोलते? तमिलनाडु में हिज्ब-उत-ताहिर की मंशा पर उनके मुंह से क्यों कुछ नहीं निकला? केरल में अपने सहयोगी की हिंसा भड़काने की तहरीरों पर उन्होंने क्यों कुछ नहीं बोला?


सांपला ने कहा, 2010 में तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम ने हिंदुओं को आतंकवादी कहा था। 2013 में पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने भी हिंदुओं को आतंकवादी बताया था। 2021 में राहुल गांधी ने कहा था कि हिन्दुत्ववादियों को देश से बाहर निकाल देना चाहिए। राहुल ने यह भी कहा था कि मंदिर जाने वाले लड़कियों को छेड़ते हैं। यही नहीं, कर्नाटक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष, जो इस समय पीडब्लूडी मंत्री है, सतीश जारकीहोली भी हिंदू के लिए अपशब्द बोल चुके हैं। और तो और भारत जोड़ो यात्रा में जॉर्ज पोन्नैया ने कहा था कि हिंदुओं ने भारत की धरती को इतना अपवित्र कर दिया है कि मैं जूते पहनता हूं, ताकि इसका स्पर्श न हो जाए। इनके गठबंधन के लोगों ने ही हिंदू धर्म के नाश और उसकी तुलना कोरोना वायरस के साथ की थी।


सांपला ने कहा कि राहुल ने नेता प्रतिपक्ष के पद की गरिमा को इेस पहुंचई है। हिंदुओं को हिंसक बताना, संसद की बहस के दौरान भगवान शंकर, गुरु नानक देव के चित्रों को सामने रखना और राजनीति को इससे जोड़ना उन्हें शोभा नहीं देता। यह भगवान शंकर का अपमान है। गुरु नानक देव जी का अपमान है।


सांपला ने कहा, राहुल ने अग्निवीर योजना पर भी झूठ बोला कि इसमें शहीदों को मुआवजा नहीं दिया जाता। जबकि सच्चाई यह है कि अग्निवीर योजना में शहीदों को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाती है। यही नहीं, राहुल ने कहा कि सरकार ने किसानों को आतंकवादी बताया और जब उनसे इस बात का साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा गया तो वे चुप हो गए। राहुल ने यह भी कहा कि सरकार किसानों को एमएसपी नहीं देती। जबकि हकीकत यह है कि अब भी एमएसपी पर खरीद जारी है। राहुल गांधी ने अयोध्या में मुआवजे पर भी भ्रामक बातें की। भाजपा नेता ने कहा कि राहुल के लोकसभा में दिए गए इस बयान से एक बार फिर कांग्रेस की हिंदुओं के प्रति नफरत सामने आई है। हकीकत यह है कि कांग्रेस नफरत की राजनीती करती है। उसका मकसद सिर्फ सत्ता पाना है। इसके लिए वह देश के भाईचारे को भी तोड़ने पर आमादा है। वह हिंदुओं के खिलाफ साजिश कर रही है।


उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदा देश में नफरत की राजनीति कर राज करती रही है।। आज वह भारतीय जनता पार्टी को नफरत फैलाने का आरोप लगाते हैं । जब से केंद्र में मोदी की सरकार आई है। देश में एक भी दंगा नहीं हुआ है । पूरे देश में अच्छा माहौल है और विकास भी तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश की संसद में प्रतिपक्ष के नेता है। यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी का पद है। वह पिछले 15 सालों से लगातार देश के संसद सदस्य रहे हैं। इस तरह गलत बयान बाजी करके उनका बचकाना रवैया सामने आया है। संसद सदस्य के तौर पर उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया है। अब वह नेता प्रतिपक्ष हैं। देश के लोग उनकी तरफ देख रहे हैं। इसके साथ-साथ संसद में जो नए सदस्य आए हैं वह भी उनको देखा और सुन रहे हैं। ऐसे में उनको अपने व्यवहार में बदलाव लाना चाहिए। हर व्यक्ति कुछ ना कुछ किसी से सीखता है। अनुभवी की तरह बात और पक्ष रखना चाहिए।


इस मौके पर जिला भाजपा उपाध्यक्ष यशपाल जिनोत्रा,सुमन वर्मा,महेश शर्मा,महा सचिव नरिंद्र मल्ली,सचिव नवल जैन विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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